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मित्र... |


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मार्निंग वॉक में शाख से झूलते कई आजाद तोते दिखे।मैंने कहा..बोलो! जय श्री राम।तोते इस शाख से उस शाख पर झूलते और मुझे देख कहते- 'टें''टें'।मैं फिर बोला-गोपी कृष्ण कहो बेटू, गोपी कृष्ण।तोते बोले- टें..टें।अच्छा बोलो...जय भीम।तोते बोले-टें..टें।तभी मुझे जेएनयू की घटना का संस्... |
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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अंततः अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों की वापसी की घोषणाबुधवार को कर दी। उन्होंने कहा कि यह अफगानिस्तान में अमेरिका की सबसे लंबी लड़ाई को खत्म करने का समय आ गया है। यह ऐसी जिम्मेदारी है जिसे मैं अपने उत्तराधिकारी पर नहीं छोड़ना चाहता। ... |
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सिंह इस किंग , कहावत ही नहीं हक़ीक़त भी है ,, हाड़ोती के भरत सिंह ,, यक़ीनन सिंह भी है , ,और किंग भी ,, ईमानदारी का ताज उनके सर पर है , और भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग की तलवार उन्होंने मियान में से निकाल कर , बेईमानों के खिलाफ जंग का ऐलान किया है , भरत सिंह की यह जंग , ना काहू से दोस्ती ... |
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Ingredients:Potato – 2 BoiledPeanut – 1/ 2 CupGhee – 1 Tea SpoonCumin Seeds – 1 Tea SpoonGreen Chili – 1Salt (Sendha Namak) – 1 /2 Tea SpoonBlack Pepper – 1 /2 Tea SpoonCoriander Leaves – 1/2 CupLime Juice – 1 Tea SpoonCoconut Powder – 1 /2 tea SpoonOur FB page:https://www.facebook.com/ufoskitchenSubscribe to our recipe by email:http://www.ufoskitchen.com/... |
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--कुम्भ शब्द बहुविकल्पी, जिसके अर्थ अनेक।मन में होना चाहिए, श्रद्धाभाव-विवेक।।--कुम्भराशि में हो गुरू, मेष राशि में सूर्य।तभी चमकती वो धरा, जैसे हो वैदूर्य।।--सागर मंथन में मिला, अमृत का जो पात्र।उसे हड़पने के लिए, पीछे पड़े कुपात्र।।--सुधा कुम्भ को ले उड़ा, नभ में देव जय... |
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आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत हैCBSE ने दसवीं की परीक्षा रद्द कर दी ही है और +2 की परीक्षा स्थगित, जबकि कुंभ के मेले पर खूब भीड़भाड़ है| शिक्षा को छोड़कर अन्य जगहों पर कोरोना कोई प्रभाव क्यों नहीं दिखाता, यह विचारणीय विषय है| यदि एक बार यह मान भी लिया जाए कि बोर्ड सामूह... |
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उदयपुर से निकलकर हम आ पहुँचे जोधपुर। राजस्थान का लगभग हर शहर अपने अंदर न जाने कितनी शौर्य गाथाओं को समेटे हुए हैं। सच ही कहते हैं कुछ लोग यदि राजस्थान को हिंदुस्तान के नक्शे से हटा दिया जाये तो हमारे पास ऐसी कोई धरोहर नहीं जिसके इतिहास पर गौर करने के बाद यहाँ के लोग अपन... |
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वह मन को ख्वाब दे खोया हुआ सा लगता खोया नहीं है जो, जिसे पाने की तमन्ना पाया हुआ है वो ! वही श्वास बना तन में जीवन को आंच दे,वही दौड़ता लहू संग वह मन को ख्वाब दे ! जो अभी-अभी यहीं था फिर ढक लिया किसी ने, जैसे छुप गयी किरण हो बदलियों के पीछे !उसे ढूंढने न जाना जरा थमे रहना धी... |